ये कथा है 2 अक्षर के नाम की - "राम"। रामायण बाल कांड | रामायण श्लोक | शैलेंद्र भारती
भक्ति सॉन्ग
श्लोक:
आखिर, कृपया मुझे एक प्यारी प्यारी दे दो। बरन बिलोचन जन जिया जौ।
सुमिरत सुलभ सुखद सभी कहु। लोक लहू पारलोक निबाहु।
सुमेरत सुथी नाइके कहत सुनत। राम लखन सम प्रिय तुलसी के.
बरनत बरन प्रीति बिलगती। ब्रह्म जीव सहज ही जैसे युद्ध करते हैं।
नर नारायण सरिस सुब्रत। जग पलक बिशेशी जन त्रता।
भगती सुतिया काल करण विभूषण। विश्व के कल्याण के लिए बिमल बिधू पूषण।
तोश का स्वाद सुगती सुधा की तरह ही होता है। कामथ शेष सैम धर बसुधा के.
जन मंजू कंज मधुकर द्वारा। जी जसोमती हरि हलधर से।
दो-एक छतरु एकु मुक्तमणि सब बरनी ऑन जौ।
तुलसी रघुबर नाम बरन बिराजत दो।
श्रेय :
गायक - शैलेंद्र भारती
म्यूजिक री - अरेंजर - शैलेंद्र भारती
गीत - पारंपरिक
एल्बम - रामायण, बाल कांडो
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भजन विवरण
भजन का नाम : ये कथा है 2 अक्षर के नाम की - "राम"। रामायण बाल कांड | रामायण श्लोक | शैलेंद्र भारतीगायक का नाम : सारेगामा-भक्ति
प्रकाशित तिथि : Feb. 16, 2022, 12:09 a.m.