दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा की सरल विधि || दिवाली पूजा विधि हिंदी में || 14 नवंबर 2020-दीपावली पर्व
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दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा की सरल विधि || हिंदी में दिवाली पूजा विधि || नवंबर - दीपावली का त्योहार
#दीपावली पर महालक्ष्मी पूजा की सरल विधि
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दिवाली कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या की कहानी
दिवाली नवंबर, शनिवार
नवंबर शनिवार दोपहर: अमावस्या तिथि से शुरू होगी
अमावस्या तिथि समाप्त होगी: नवंबर में रविवार की सुबह
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं -
प्रदोष व्यापिनी और उदय तिथि के अनुसार दीपावली, नवंबर शनिवार को प्रदोष काल सायंकाल से दोपहर तक है। प्रदोष काल में दीपदान करना और लक्ष्मी की पूजा करना शुभ होता है।
स्थिर लग्न वृश्चिक प्रातः : से : तथा कुम्भ लग्न दोपहर : सायं वृष लग्न : से : तथा सिंह लग्न : रात्रि : मुहूर्त समय में स्थिर लग्न में पूजन व क्रय करने से परिवार में स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति होती है. .
दीपावली पूजा और खरीद का शुभ मुहूर्त
सुबह से (अच्छा)
दोपहर से: (चर, लाभ, अमृत)
शाम से :(लाभ)
रात से (शुभ, अमृत, चार) और निशिथ काली
भजन विवरण
भजन का नाम : दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा की सरल विधि || दिवाली पूजा विधि हिंदी में || 14 नवंबर 2020-दीपावली पर्वगायक का नाम : भक्ति-चेतक
प्रकाशित तिथि : Feb. 16, 2022, 8:57 p.m.