गीत के साथ श्री रामचंद्र कृपालु भजन | नरेंद्र चंचल | राम भजन | श्री राम गीत
भक्ति सॉन्ग
श्री राम भजन के साथ गाएं 'श्री रामचंद्र कृपालु विद लिरिक्स (श्री रामचंद्र कृपालु)' जिसे नरेंद्र चंचल ने गाया है। श्री राम आप पर अपनी कृपा बरसाएं।
लोकप्रिय श्री राम वीडियो:
अनूप जलोटा द्वारा श्री राम जय राम जय जय राम -
अनूप जलोटा द्वारा प्रभु मिल जाएंगे - राम भजन -
नदी किनारे खड़ा है पागल - अनूप जलोटा - राम भजन -
श्री राम और श्री कृष्ण भगवान विष्णु के दो महत्वपूर्ण अवतार थे।
श्री राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं। राम नवमी एक वसंत त्योहार है जो राम के जन्मदिन को मनाता है। त्योहार वसंत नवरात्रि का एक हिस्सा है और पारंपरिक हिंदू कैलेंडर में चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष के नौवें दिन आता है।
राम के जीवन का प्राथमिक स्रोत ऋषि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य रामायण है।
श्री राम उपदेश :
) यदि अच्छे कर्म अहंकार की भावना से किए जाते हैं, तो वे आपको इस दुनिया से ही बांधते हैं। इसलिए ज्ञान प्राप्त करने के लिए आपको बिना किसी गर्व के काम करना चाहिए।
) जब आप किसी चीज का सपना देखते हैं तो वह तब तक सच लगती है जब तक सपना रहता है। इसी प्रकार जो मनुष्य इन्द्रियों और उससे प्राप्त भोगों का सदैव चिन्तन करता है, उसे यह जगत् वास्तविक प्रतीत होता है।
गाना
(श्री राम)
(श्री राम चंद्र कृपालु भजमणि
हरण भव भाया दारुनम
नव कंज लोचन कांज मुख कारी
कंज पद कंजरुनम)
कंदरप अगनीत अमित छबी नवी
नील नीरज सुंदरम
पैट पीट मानव तदित रुचि शुचि
नवमी जनक सुतावरम
श्री राम चंद्र कृपालु भजमण
हरण भव भाया दारुनम
नव कंज लोचन कांज मुख कारी
कंज पद कंजरुनम
भज दीन बंधु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकंदनम
रघु नंद आनंद कांड कौशल
चंद्र दशरथ नंदनम
श्री मुकुट कुंडल तिलक चारु
उदरु अंग विभूषणम
अजानु भुज शर चा पधारी
संग्राम जीत कर दुशनाम
श्री राम चंद्र कृपालु भजमण
हरण भव भाया दारुनम
नव कंज लोचन कांज मुख कारी
कंज पद कंजरुनम
इति वदाती तुलसी दास शंकर
शेष मुनिमन रंजनम
मामा हृदय कंज निवास कुरु
कामदी खल दल गंजनाम
मनु जाह्नी राचेउ मिलिही सो बरु
सहज सुंदर सावरो
करुणा निदान तू सुजान सेलु
सनेहू जानत रावरो
श्री राम चंद्र कृपालु भजमण
हरण भव भाया दारुनम
नव कंज लोचन कांज मुख कारी
कंज पद कंजरुनम
येहु भांति गौरी असीस सुनी सिया
साहित हियान हर्षिन अली
तुलसी भवानीहि
पूजी पुनी पुनी
(मुदित मान मंदिर चली)
जानी गौरी अनुकुली
सिया हिया हारुश न जाय कहीं
मंजुल मंगल मुल
बम अंग पर बरसन लगे
सियावर रामचंद्र की जय
पवनपुत्र हनुमान की जय
जय जय सीताराम
(धर्म की जय हो)
(अधर्म का नैश हो)
(प्राणियों में सद्भावना हो)
(विश्वका कल्याण हो)
हर हर महादेवी
भजन विवरण
भजन का नाम : गीत के साथ श्री रामचंद्र कृपालु भजन | नरेंद्र चंचल | राम भजन | श्री राम गीतगायक का नाम : टिप्स-भक्ति-प्रेम
प्रकाशित तिथि : Feb. 16, 2022, 10:02 a.m.