राधेश्याम"तो मिलने की पत्ती धारा" श्री विनोद अग्रवाल गुरुजी उत्तम भजन भाव
भक्ति सॉन्ग
राधेश्याम
"तुम रस के सागर हो,
मैं तो मिलन की पत्ती धारा"
श्री विनोद अग्रवाल गुरुजी भजन!
आश्रितलं भी नाथ!
हे पूर्ण पूर्ण!हे गोविन्द!
,
हे! आप से प्रस्ताव है..
"हरि!दे दो न अब तो सह"
अति सुंदर गुरु देव की वाणी में...
श्री विनोद अग्रवाल जी, एक ऐसे व्यक्तिय्वा जो हरि नाम संकीर्तन के प्रवाह को ऐसे स्टार पर लेकर गए की आज सारे विश्व में ऐसी गूंज सुना दे रही है। अपना सारा जीवन निशुल्क हरि नाम प्रचार में लगा और श्री धाम वृंदावन, गोविंद की गली में भी संकीर्तन की प्रथा को आगे बढ़ा। चैनल भाव प्रवाह विनोद अग्रवाल जी के भजन जन तक पहुंचने का प्रयास करता रहेगा!
विनोद अग्रवाल बेस्ट भजन, निकुंज कामरा भजन, महावीर शर्मा भजन और धीरज बावरा भजन के लिए देखते हैं भव प्रवाह लाइव।
भजन विवरण
भजन का नाम : राधेश्याम"तो मिलने की पत्ती धारा" श्री विनोद अग्रवाल गुरुजी उत्तम भजन भावगायक का नाम : भाव प्रवाह
प्रकाशित तिथि : Feb. 26, 2022, 5:11 a.m.