मंगलवर व्रत कथा || मंगलवार व्रत की कथा और पूजा विधि || हनुमान जी वर्त कथा
भक्ति सॉन्ग
सभी हनुमान पूर्णिमा के दिन और नवरात्रि का व्रत बजरंगबली के लिए . अद्यतन व्रत से हनुमान जी की अशीम कृपा करें। यह व्रत सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ है। बैटिंग के लिए यह भी लाभकारी है। इस कार्य को स्वीकार करना है. जोया व्रत करने के अलावा चढ़ता-प्रांत, काली शक्ति का दुष्रभाव भी नहीं पिड़ता है सूर्योदय से पहले व्रत लें। उसके बाद के घर के ईशानी में किसी एक महात्मा गांधी की प्रतिमा या प्रतिमा स्थापित करें। इस दीन लाल कपेहेन और हाँथ में पनी ले लेले लेटे। हनुमान जी की हवा के फूल या फूल के फूल या फूल के फूल. आगे आने वाला व्रत कथा। साथ ही हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ. फिर आरती द्वारा सभी को प्रसाद का प्रसाद, खुद भी लें। दीन में सवाफ एक पहर का भोजन लें। अपने आचार-विचार शुद्ध। शाम को हनुमान जी के दीप जलकर आरती.मंगलवार उदयापन: मंगलवार के दिन वैट होने के बाद विधि-विधान से हनुमान जी का द्वारा चोलाएं। फिर ब्राह्मणों को पहचानें और सक्षमताएं-दक्षिणा-दक्षिणा।
भक्ति सॉन्ग
भजन विवरण
भजन का नाम : मंगलवर व्रत कथा || मंगलवार व्रत की कथा और पूजा विधि || हनुमान जी वर्त कथागायक का नाम : भक्ति भजन कीर्तन
प्रकाशित तिथि : March 17, 2022, 1:47 a.m.