श्री रामजी के गुण रामायण बाल कांड | शैलेंद्र भारती | हनुमान
भक्ति सॉन्ग
सो-बंदम मुनि पद कांजू रामायण जहां निरामायु।
सखार सुकोमल मंजू बिना किसी संक्रमण के निर्दोष हैं। (डी)।
बंदां चारिउ बिस्तर भव बारीधी बोहित साड़ी।
जो सपने नहीं देखते उन्हें दुख होता है, लेकिन रघुबर बिसाद जसु। (ङ).
बंदौम बिधि पड़ा रेणु भव सागर जेही किन्ह जहान।
संत सुधा शशि धेनु प्रगते खल बिश बरुनी..(च).
दो-बिबुद्ध बिपरा बुध ग्रह चरण बंदी कहन कर जोरी।
होई प्रसन्ना पूर्वाहु सकल मंजू मनोरथ मोरी..(जी)।
श्रेय :
गायक - शैलेंद्र भारती
म्यूजिक री - अरेंजर - शैलेंद्र भारती
गीत - पारंपरिक
एल्बम - रामायण, बाल कांडो
लेबल:: सारेगामा इंडिया लिमिटेड, एक आरपीएसजी समूह की कंपनी
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भजन विवरण
भजन का नाम : श्री रामजी के गुण रामायण बाल कांड | शैलेंद्र भारती | हनुमानगायक का नाम : सारेगामा-भक्ति
प्रकाशित तिथि : Feb. 15, 2022, 11:15 p.m.