हनुमान चालीसा | हनुमाना | ️ सुबह️️️️️️️️
भक्ति सॉन्ग
आज हनुमान जी का दिन है। इस दिन हनुमान चालीसा और श्रवण का पाठ बहुत महत्व रखता है। इस चालीसा को सुबह-शाम सुनने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
'हनुमान चालीसा' तुलसी रामायण के लेखक संत गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है। ऐसा माना जाता है कि एक बीमार तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी। भगवान हनुमान की स्तुति की रचना और गायन से तुलसीदास को अपने स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने में मदद मिली। अवधी में हनुमान चालीसा की रचना भगवान हनुमान की स्तुति से भरे हुए छंदों से की गई है।
नियमित अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर फॉलो करें:
नए वीडियो अपडेट के लिए हमें इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:
दोहा
श्री गुरु चरण सरोज राज निजा मनु मुकुरा सुधारी
बरनौ रघुवर बिमल जसु जो दयाकु फला चरि
बुद्धिन तनु जननिके सुमिरो पवन कुमार
बाल बुद्धि विद्या देहू मोही हरहु कलेश विकारी
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपिस तिहुं लोक उजागरी
राम दूत अतुलित बल धाम अंजनी पुत्र पवन सुत नमः
महाबीर विक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी
कंचन वरण विराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केश
हाथ वज्र और ध्वज विराजे कांधे मूंज जनेऊ साजे
शंकर सुवन केसरी नंदन तेज प्रताप महा जग वंदन
विद्यावान गुण अति चतुर राम काज करिबे को आतुर
प्रभु चरित्र सुनीबे को रसिया राम लखन सीता मन बसिया
सुषमा रूप धारी सियाही दिखावा विकट रूप धारी लंक जलाव
भीम रूप धारी असुर संहारे रामचंद्र के काज संवरे
लाए संजीवन लखन जिये श्री रघुवीर हरशी उर ले
रघुपति किन्ही बहुत बदाई तुम मम्मा प्रिया भरत-ही-सम भाई
सहस बदन तुम्हरो यश गावे अस कही श्रीपति कंठ लगावे
संकधिक ब्रह्मदि मुनीसा नारद सारद साहित्य अहीसा
यम कुबेर दिक्पाल जहां ते कवि कोविड कहीं खातिर कहां तो
तुम उपकार सुग्रीवाहिन कीन्हा राम मिलाये राजपद दीनहा
तुम्हरो मंत्र विभीषण मन लंकेश्वर भये सब जग जाना
युग सहस्र योजना पर भानु लील्यो ताहि मधुर फल जानू
प्रभु मुद्रा मेली मुख माही जलाधी लंघी गए अचराज नहीं
दुर्गम काज जगत के जेटे सुगम अनुग्रह तुम्हारे तेते
राम दुआरे तुम रखवारे गरम न आज्ञा बिनु पैसेसरे
सब सुख लहै तुम्हारी सरना तुम रक्षक कहू को डरना
आपन तेज समरो आप तीनो लोक हां ते कानपाई
भूत पिसाच निकत नहीं आवई महावीर जब नाम सुनवाय
नसे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा
संकट से हनुमान छुडावई मन क्रम वचन ध्यान जो लवै
सब पर राम तपस्वी राजातीन के काज सकल तुम सज
और मनोरथ जो कोई लवई सोई अमित जीवन फल पावई
चारों जग प्रताप तुम्हारा है सिद्ध जगत उजियार
साधु संत के तुम रखवारे असुर निकंदन राम दुलारे
अष्ट सिद्धि नव निधि के डेटा जैसा वर दीन जानकी माता
राम रसायन तुम्हारे पास सदा रहो रघुपति के दास:
तुम्हारे भजन राम को पवै
अंतकाल रघुवर पुर जाए जहां जनम हरि भक्त कहयी
और देवता चित्त न लगातार हनुमत से सर्व सुख करहिनी
संकट कटे माइटे सब पीरा जो सुमिराई हनुमात बलबीरा
जय जय जय हनुमान गोसाईं कृपा करहुं गुरुदेव की नयिन
जो शत बार पथ करे कोईछुटाहिन बंदी महा सुख होई
जो ये पढ़े हनुमान चालीसा होए सिद्धि साखी गौरीसा
तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजई नाथ हृदय महन डेरा
दोहा
पवन तनय संकट हरण मंगला मुराती रूप
राम लखन सीता साहित्य हृदय बसु सूर भूप
नोट: नए कलाकारों के लिए सुनहरा मौका- अगर आप गायक या गीतकार हैं तो संपर्क करें-
हनुमान चालीसा | हनुमाना | ️ सुबह️️️️️️️️भक्ति सॉन्ग
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद : भारद्वाज स्टूडियो
भक्ति सॉन्ग
हेलो दोस्तो
PLS लाइक जरूर क्रे
भक्ति सॉन्ग
अगर आपको भोजपुरी वीडियो पसंद है तो कृपया फेसबुक को लाइक करें- अभी लाइक करें:-
,
एल्बम - लाल चुनरिया माई के
गायक- पवन सिंह
संगीत - लहर संगीत
भक्ति सॉन्ग
#RAS_Records #RamAvtarSharma #Pt_RamAvtarSharmaआधिकारिक #Pt_RamAvtarSharma
मैया: मेरो ब्याह ना - शिवरात्रि स्पेशल न्यू भजन - पं रामावतार शर्मा और नीतू तोमर।
गीत - मैया चाहे मेरो ब्याह ना - शिवरात्रि स्पेशल न्यू भजन
गायक - पंडित रामावतार शर्मा और नीतू तोमरी
लेखक - पं. राम अवतार शर्मा
संगीत - एसबीएस स्टूडियो जयपुर
संपादक - गौरव जी
निर्माता - पं. राम अवतार शर्मा
ऑडियो वीडियो विमोचन और लाइव शो, जागरण के लिए संपर्क करें: - पं। राम अवतार शर्मा,
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद : आरएएस रिकॉर्ड्स (पं. राम अवतार शर्मा आधिकारिक)
और भी बेहतरीन वीडियो देखें:-
हनुमान चालीसा | हनुमाना | ️ सुबह️️️️️️️️भक्ति सॉन्ग
आरसीएम म्यूजिक सभी भोजपुरी सिंगर का सपना होता है।
अगर आप हमारे वीडियो PLZ चैनल को यहाँ पसंद करते हैं
,
शीर्षक: देवघर पैडल चलल जीब
गायक: नवीन सिंह नशीला
योग्य: आरसीएम संगीत
नबीन सिंह
संगीत: शिव मनमोही
फ़ोन :-
,
भजन विवरण
भजन का नाम : हनुमान चालीसा | हनुमाना | ️ सुबह️️️️️️️️गायक का नाम : मोक्क्ष-म्यूजिक-भक्ति
प्रकाशित तिथि : Feb. 16, 2022, 12:50 a.m.