दुर्गा माँ की आरती - जय अम्बे गौरी | माता की आरती | माता रानी के भजन | आरती
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दुर्गा माँ की आरती - जय अम्बे गौरी | माता की आरती | माता रानी के भजन | आरती आरती
दुर्गा माँ की आरती - जय अम्बे गौरी | माता की आरती | माता रानी के भजन | आरती आरती
गायिका :- वंदना बाजपेयी
परंपरागत
संगीत:- सोनोटेक
लेबल:- माता भजन सोनोटेक
बोल:
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
अच्छे नसीब की शुभकामनाय
तुमको निशादीन ध्यावती
हरि ब्रह्मा शिवरी
हरि ब्रम्हा शिवरी
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
मांग सिंदूर से विराट टिको मृगमाडो
मांग सिंदूर विराट, टिको मृगमद को
माया टिको से हिरण
मैया टिको मृगमद को
उज्जवल से दो नैना उज्जवल से दो नैना
उज्जवल से दो नैना
चंद्रवदन निको
चंद्रवदन निकोस
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
रक्तांबरा रजाइ
कनक समन कालेवर, रक्तांबर राजे
माया रक्तांबरा रजाइ
मैया रक्तांबर राजे
रक्तपुष्प गल गारलैंड रक्तपुष्प गल गारलैंड
रक्तपुष्प गल माला, रक्तपुष्प गल माला
गले की तरह
कंठन पर सजे
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
केहरी वाहन रजत खड़ग खप्परधारी
केहरी वाहन रजत, खडग खप्पर धारी,
माया खड्ग खप्परधारी
मैयां खडग खप्पर धारी
सूर नर मुनि जन सेवा सुर नर मुनि जन सेवा
सूर-नर-मुनिजन सेवत सुर-नर-मुनिजन सेवाती
तिनके चोट लगी
तिनके दुखहारी
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
कानन कुंडल शोभित नासाग्रे मोती
कानन कुंडल शोभित, नसाग्रे मोती,
माया नासाग्रे मोती
मैया नसाग्रे मोती
कोटिक चंद्र दिवाकर कोटिक चंद्र दिवाकर
कोटिक चंद्र दिवाकर कोटिक चंद्र दिवाकर
रजत सैम ज्योति
रजत सैम ज्योति
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाटी
शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाटी,
माया महिषासुर घाटी
मैया महिषासुर घाटी,
धूमरा विलोचन नैना धूमरा विलोचन नैना
धूम्र विलोचन नैना धूम्र विलोचन नैना
निशिदीन मदमती
निशादीन मदामती
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
छीना
चांद-मुंड संहारे, शोनीत बिज हरे
माया शोनीत बीज हरा
मैया शोनीत बिज हरे
मधु-कटभ दो घोड़ी मधु-कटभ दो मारे
मधु-कैताभ दो घोड़ी मधु-कैताभ दो मारे
स्वर को निडर बनाओ
सुर भयाहिं करे
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
ब्राह्मणी रुद्राणी, तुम कमला रानी,
ब्राह्मणी, रुद्रानी, तुम कमला रानी,
मैया यू कमला रानी
मैया तुम कमला रानी
आगम-नोर्गा बखानी आगम-नोर्गम बखानी
आगम निगम बखानी
आप शिव पटरानी
तुम शिव पटरानी
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
चौंसठ योगिनी गायन, नृत्य भैरवी
चौसठ योगिनी गावत, नृत्य करात भैरू
नृत्य भैरवी
नृत्य करात भैरू
बजत ताल मृदंगा, बजत ताल मृदंगा
बजत ताल मृदंगा, बजत ताल मृदंगा
और बजत डमरू
अरु बाजात डमरू
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
आप दुनिया की माँ हैं, आप ही हैं
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भारत
माया तुम मैं हो
मैया तुम ही हो भारत
भक्त का दुख दूर करता है भक्त का दुख
भक्ति की दुख हरता भक्ति की दुख हरता
धन का आनंद लेता है
सुख संपति कर्ता
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
आर्म फोर बहुत सजा हुआ
भुजा चार अति शोभी, वरमुद्रा धारी
मैया वर मुद्रा धारी
मैया वरमुद्रा धारी
मनचाहा फल उपचार मनचाहा फल उपचार
मनवंचित फाल पावत मनवंचित फाल पावती
नर और मादा की सेवा करना
सेवत नर नारी
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
कंचन थल विराट, अगर कपूर बत्ती
कंचन थाल विराट, आगर कपूर बात
मैया अगर कपूर बाती
मैया आगर कपूर बट
श्रीमलकेतु में राजा, श्रीमलकेतु में राजा
श्रीमलकेतु में रजती
कोटि रतन ज्योति
कोटि रतन ज्योति
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
श्री अम्बेजी की आरती, जो एक पुरुष ग्रामीण है
श्री अम्बे जी की आरती, जो कोई नर दिया
कहत शिवानंद स्वामी कहत शिवानंद स्वामी
कहत शिवानंद स्वामी कहत शिवानंद स्वामी
धन प्राप्त करें
सुख-संपत्ति पावे
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
अच्छे नसीब की शुभकामनाय
तुमको निशादीन ध्यावती
हरि ब्रह्मा शिवरी
हरि ब्रम्हा शिवरी
जय अम्बे गौरी
Om जय अम्बे गौरी
भजन विवरण
भजन का नाम : दुर्गा माँ की आरती - जय अम्बे गौरी | माता की आरती | माता रानी के भजन | आरतीगायक का नाम : माता-भजन-सोनोटेक
प्रकाशित तिथि : Feb. 15, 2022, 3:29 p.m.