दिल को दिल की भगवान में लेकर || श्री विनोद अग्रवाल जी || मधुर कृष्ण भजन || गोपाल भजन
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दिल को दिल की भगवान में लेकर || भक्ति गीत || बेस्ट गोपाल कथा कृष्ण भजन || हिंदी भजन|| विनोद अग्रवाल बेस्ट भजन
ईश्वर का सामीप्य उत्तम सुखप्रस्य है- हर पल महक माहीती, हर पल खुशुशमय हो खुश है, और हर एक आनंदमयी हो- सुखी है- ड ही एक सखीर ख़ूबसूरत है- दिल को दिल की गोद में, को प्रेम को दिल की धड़कन में है। की लोरी, गीत गाने के गाऊ। पिया! मैं छमकछम लाहरा ऊ!
आप जिससे प्यार करते हैं उसके करीब होना कितना शाश्वत आनंद है- हर पल अपने आप में एक उत्सव बन जाता है! एक गोपिका, वही गाती है, दिल को दिल की भगवान में लेकर, प्यार को प्यार की लोरी देकर, मैं गीत खुशी के गौ। पिया! मैं छमक छमक लहरें!
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भजन विवरण
भजन का नाम : दिल को दिल की भगवान में लेकर || श्री विनोद अग्रवाल जी || मधुर कृष्ण भजन || गोपाल भजनगायक का नाम : भाव प्रवाह
प्रकाशित तिथि : Feb. 26, 2022, 5:05 a.m.