चिट्ठी आई शेरोंवाली दी नी घुघ के कलेजे नाल लाई विजय कुमार जी वैष्णो देवी भजन
भक्ति सॉन्ग
*माँ वैष्णो देवी जी के दरबार से*
मेरा दम घुट गया और मैं गर्भनाल ले आया
चिट्ठी आई, शेरोंवाली दी
मैं गिर गया हूँ
चिट्ठी आई, मेहरानवाली दी
मेरा दम घुट कर प्लेसेंटा ले आया।
गली की डायन आकर डाकिया की तरह बोली
दौड़ने के बाद मेरी जान चली गई
मेरी सफल कमाई
चिट्ठी आई, शेरोंवाली दी
मेरा दम घुट कर प्लेसेंटा ले आया।
चित्ति वेख मैनु चड़ गया
अंबरा डे विच लैंडी फिरान मैं उड़ियां
माया लैंडी फिरान मैं उड़ियां
कोल्ड लेटर में मिला कलेजा
चिट्ठी आई, शेरोंवाली दी
मेरा दम घुट कर प्लेसेंटा ले आया।
चित्त विचोन अवे सोहनी खुशबू है प्यार दी
लेटर मदर दी आई रूथ आ गई बहार दी
कीवे चिट्टी दी मैं करन वडायै
पत्र ऐ मेहरानवाली दी
मेरा दम घुट कर प्लेसेंटा ले आया।
मैंने मुक्त होकर चूमा और लिफाफा खोला।
मैंने मुक्त होकर चूमा और लिफाफा खोला।
माँ दा बोलेया को एक पत्र दें या एक चिल्लाहट दें
जयकारा सुंदर गुफा वाली का
बोल सांचे दरबार की जय
जयकारा मां झंडेवाली का बोल सांचे दरबार की जय
चिट्ठी दो या कहो, माँ दा ने कहा
जप बोल्डी चित्ती चो महामाई
चिट्ठी आई, शेरोंवाली दी
मेरा दम घुट कर प्लेसेंटा ले आया।
मेरा दम घुट गया और मैं गर्भनाल ले आया
चिट्ठी आई, शेरोंवाली दी
मैं गिर गया हूँ
चिट्ठी आई, मेहरानवाली दी
जय जय अम्बे
भजन विवरण
भजन का नाम : चिट्ठी आई शेरोंवाली दी नी घुघ के कलेजे नाल लाई विजय कुमार जी वैष्णो देवी भजनगायक का नाम : संदीप-पल-वैष्णो-देवी
प्रकाशित तिथि : Feb. 17, 2022, 6:38 a.m.