संत कबीर दास जी की अमृत | जब में था हरी , अब में हर हरी नाही | ज्योति तिवारी के दोहे
भक्ति सॉन्ग
संत कबीर दास जी की अमृतवाणी। जब मैं हरा नहीं था तो अब हरा नहीं हूं। ज्योति तिवारी के दोहे
संत कबीर दास जी की अमृतवाणी। जब मैं हरा नहीं था तो अब हरा नहीं हूं। ज्योति तिवारी के दोहे
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संत कबीर दास जी की अमृतवाणी। जब मैं हरा नहीं था तो अब हरा नहीं हूं। ज्योति तिवारी के दोहे
गायक:- ज्योति तिवारी
गीतकार:- कबीर जी
संगीत:- सोनोटेक
लेबल:- कबीर भजन सोनोटेक
#संत_कबीर_की_अमृतवानी
#जब_मे_था_तब_हरि_नही
#अब_मे_हू_हरि_नही_कबीर_दोहा
#कबीर_भजन_सोनोटेक
भजन विवरण
भजन का नाम : संत कबीर दास जी की अमृत | जब में था हरी , अब में हर हरी नाही | ज्योति तिवारी के दोहेगायक का नाम : संत-कबीर-भजन-सोनोटेक
प्रकाशित तिथि : Feb. 16, 2022, 4:25 p.m.